कैबिनेट के पशुपालन मंत्री भोलाराम तूफानी से लालू प्रसाद ने फर्जी दस्तावेजों पर दस्तखत कराया। बाद में पशुपालन घोटाला में तूफानी का भी नाम आया। वे जेल गए और सदमा की वजह से उनका निधन भी हो गया। ललन ने यह प्रतिक्रिया लालू प्रसाद के कल के उस दावे पर जाहिर की है, जिसमें उन्होंने(लालू) कहा था कि उनके शासनकाल में दलितों की बहुत तरक्की हुई थी।
ललन ने बुधवार को ट्वीट के जरिए कहा कि लालू प्रसाद आज महादलित समाज का मजाक उड़ा रहे हैं। फिर से पूरे बिहार की इज्जत उतार रहे हैं। राज्य के लोग इन्हें बर्दाश्त नहीं कर रहे हैं।
ललन सिंह ने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम की तारीफ
उन्होंने कहा कि विकास के मानकों में अंतिम पायदान पर खड़े महादलित समाज को मुख्यधारा में लाने का सफल प्रयास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है।
मांझी ने कहा – उपचुनाव से पहले मुझसे डर गए हैं लालू
इधर, इसी मसले पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि लालू यादव उपचुनाव से पहले ही उनसे डर गए हैं। यही बात है कि वे मुसहर समुदाय और महादलित के बारे में भरमाने वाले बयाने देने लगे हैं। उन्होंने दावा किया कि एक वक्त लालू मुसहर का मजाक उड़ाते थे और कहते थे कि ये लोग कुर्सी पर बैठने लायक नहीं हैं।
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