मुख्यमंत्री ने अफसरों को साफ तौर पर कहा कि शराबबंदी को किसी हाल में लागू कराना है। इसमें बाधक बनने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। राज्य के कई हिस्सों में जहरीली शराब की वजह से लगातार हो रही मौतों के कारण विपक्ष ने इन दिनों सरकार को निशाने पर ले रखा है। कई नेता तो शराबबंदी को पूरी तरह फेल बताकर इस फैसले को वापस लेने की मांग भी कर चुके हैं। शराब निर्माताओं के संघ ने भी मुख्यमंत्री से शराबबंदी वापस लेने की मांग की है। ऐसे में मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक पर आज सभी की निगाहें हैं। इससे जुड़ी ताजा जानकारी के लिए खबर को रिफ्रेश करते रहें।
मुख्यमंत्री के तेवर ने अधिकारियों का छुड़ाया पसीना
सीएम ने इस बैठक से पहले तैयारी के लिए अधिकारियों को पर्याप्त वक्त दे दिया था। उन्होंने कहा कि दो से तीन जिलों को पार कर शराब कैसे बिहार के अंदर तक दाखिल हो रही है? वरीय अधिकारियों को उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि अगर कहीं कोई लापरवाही करता है, तो उसे चिह्नित कर कार्रवाई करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने पहले ही दे दिए हैं स्पष्ट संकेत
मुख्यमंत्री ने पहले ही स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि शराबबंदी के फैसले से पीछे हटने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि शराब गलत चीज है, जो इसे पिएगा, वो तो मरेगा ही। यह बात लोगों को पहले भी बताई गई है और इसे फिर से बताने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करना होगा।
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