बिहार विधानसभा का उपचुनाव खत्म होते ही तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव को इलाज के लिए लेकर दिल्ली चले गए। फिलहाल वे बिहार से बाहर हैं, लेकिन शराब तस्करी के मसले पर सरकार पर लगातार हमलावर हैं
उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा था कि तस्करों का सीधा कनेक्शन सीएम आवास से है। इस पर सत्ताधारी दल जदयू ने उन पर तीखा हमला किया है। जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान पार्षद संजय सिंह ने रविवार को कहा कि यह बात अब स्पष्ट हो चुकी है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव साइबेरियन पक्षी की तरह हैं। जब चुनाव या सियासी मकसद नजर आता है तो वह बिहार आ जाते हैं और जनता उन्हें आईना दिखा देती। इसके बाद वह वापस लौट जाते हैं।
अपने सियासी चश्मे से बिहार को देखना बंद करें
संजय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बिहार में शराबबंदी पर जो सवाल उठा रहे हैं, उसका जबाव जनता जानती है, लेकिन जिन सवालों के जबाव का इंतजार आज तक बिहार के लोग कर रहे हैं उस पर वह चुप क्यों हैं? तेजस्वी अपने सियासी चश्मे से बिहार को देखना बंद करें। संजय ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का साहसिक निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है। क्या तेजस्वी यादव के पास इसका उत्तर है कि डेढ़ दशक तक सत्ता में रहने के बाद भी उनके मां-बाप ने यह निर्णय क्यों नहीं लिया? क्या यह सही नहीं है कि शराब की काली कमाई से उनके परिवार ने संपत्ति का सृजन किया?
राजद कर रहा शराबबंदी वापस लेने की मांग
राजद शराबबंदी के फैसले की फिर से समीक्षा करने और इसे वापस लेने की मांग कर रहा है। राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा था कि इस फैसले से सर्वाधिक प्रभावित गरीब जनता है।
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