April 20, 2024

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टाइम पर सैलरी न मिलने पर IGIMS में हेल्थ वर्करों ने की हड़ताल, इलाज व्यवस्था चरमराई

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में गुरुवार को नर्सों ने हड़ताल कर दी। उन्होंने काम ठप कर विरोध शुरू कर दिया। इससे इलाज कराने आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। OPD पूरी तरह से ठप हो गई। इनडोर व्यवस्था भी बाधित हो गई। पहले से एडमिट मरीज भी परेशान हैं। गुरुवार को 14 से अधिक ऑपरेशन शेड्यूल थे, जो अब तक नहीं हो सके हैं।

नर्स अगस्त महीने की सैलेरी की मांग कर रही हैं, जो अब तक नहीं मिली है। कर्मचारियों का कहना है- ’32 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब वेतन समय से नहीं मिला है।’ 1500 से अधिक कर्मियों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी।

अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. NR विश्वास ने पहले ही हड़ताल की आशंका में स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा था। विभाग ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए।

IGIMS के लगभग 15 सौ से अधिक कर्मियों ने हड़ताल को लेकर निदेशक को पत्र दिया था। इसमें लिखा था- ‘अगर अगस्त का वेतन नहीं दिया जाएगा तो गुरुवार से हड़ताल पर चले जाएंगे।’ कर्मचारियों की चेतावनी से परेशान संस्थान के निदेशक ने स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई थी।

IGIMS में 1000 से अधिक मरीजों की OPD है और अधिक संख्या में मरीज भर्ती भी हो रहे हैं। वायरल के कारण OPD में लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। ऐसे में अगर कर्मचारियों की हड़ताल लंबी चली तो इलाज में काफी मुश्किल होगी और फिर लोड पटना मेडिकल कॉलेज पर बढ़ेगा।

डॉक्टरों का कहना है- ‘इस बीमारी के सीजन में हेल्थ वर्करों की हड़ताल भारी पड़ सकती है।’ निदेशक डॉ विश्वास ने कहा- ‘राशि के अभाव में कर्मचारियों के अगस्त का वेतन अभी तक नहीं दिया जा सका है। इस मामले में तत्काल समाधान नहीं किया गया तो समस्या बढ़ेगी।’

गुरुवार को नर्स नई बिल्डिंग के पास जमा होने लगीं और काम से अलग हो गईं। संस्थान की तरफ से बार-बार मांग करने के बाद भी राशि नहीं मिलने के कारण आक्रोश बढ़ गया है। संस्थान की तरफ से कर्मचारियों को मनाने की तैयारी की जा रही है। कहा जा रहा है कि वेतन शीघ्र आ जाएगा, लेकिन कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि 15 दिनों से वह वेतन का इंतजार कर रहे हैं। कर्ज में हैं और अब तो परिवार में भी समस्या हो गई है।