खगड़िया में मुखिया पद की दो सीटों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि यहां गांव की सरकार चुने जाने की होड़ में कहीं सास-बहू तो कहीं भाई-भाई एक दूसरे के खिलाफ मैदान में आमने-सामने हैं। गोगरी प्रखंड में तीसरे चरण में 8 अक्टूबर और 20 अक्टूबर को चौथे चरण में मतदान होगा। गोगरी पंचायत से मुखिया पद के लिए निवर्तमान मुखिया शांति देवी को टक्कर देने के लिए उनकी बड़ी बहू किरण देवी ने भी नामांकन दाखिल किया है। यहां चौथे चरण में 20 अक्टूबर को मतदान है।
पंचायती राज व्यवस्था के तहत जिले में यह अब तक का ऐसा पहला मामला है, जहां मुखिया पद की कुर्सी के लिए सास शांति देवी (निवर्तमान मुखिया) और बहू किरण देवी चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं। इस वजह से यहां राजनीति में रूचि रखने वाले जिले के लोगों की नजर है। वहीं, चर्चा है कि कहीं सास-बहू की लड़ाई में कोई और मुखिया की कुर्सी पर कब्जा न जमा ले।
10 वर्षों से भाई-भाई के बीच है चुनावी रंजिश
इधर, ऐसा ही एक और रोचक मामला गोगरी प्रखंड के शेर चकला पंचायत का है। यहां मुखिया पद के लिए दो भाई विनय कुमार यादव और मिथिलेश कुमार निराला आमने-सामने हैं। खास बात है कि दो भाईयों के बीच चुनावी रंजिश पिछले 10 वर्षों से है। 2016 में हुए पिछले पंचायत चुनाव में भी दोनों भाई एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी बनकर आमने-सामने थे। हालांकि, उस चुनाव में दोनों भाई को हार का सामना करना पड़ा था। मगर दोनों ने हार नहीं मानी और इस बार फिर से आमने-सामने हैं। यहां तीसरे चरण में 8 अक्टूबर को मतदान होगा।
दूसरे चरण के चुनाव में भी चाचा-भतीजा थे आमने-सामने, दोनों को मिली हार
गत 27 सितंबर को संपन्न हुए दूसरे चरण के पंचायत चुनाव में भी परबत्ता प्रखंड की खीराडीह पंचायत में मुखिया की कुर्सी के दावेदारी के लिए चार रिश्तेदार आमने-सामने थे। वहां पूर्व मुखिया के पुत्र का और पूर्व सरंपच का अपने भतीजे से टक्कर था। मगर चारों को हार का सामना करना पड़ा।
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