कड़ाके भरी ठंड से जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। फिलहाल ठंड से राहत मिलती नजर नहींरही है। सोमवार को न्यूनतम तापमान मे 2.9 डिग्री की गिरावट आई। पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। ऊपर से पछुआ हवा ने जीना दुश्वार कर रखा था। कड़ाके की ठंड और कोहरे के चलते सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। दृश्यता करीब पांच मीटर रह गई थी।
रविवार को धुप खिली तो लोगो थोड़ा राहत मिली थी | एक बार को लगा की अब ठंढ धीरे -धीरे कम हो रहा है | पर लोगो का अनुमान गलत निकला और शाम होते ही पछुआ हवा का प्रभाव बढ़ते ही बर्फीली हवाएं चलने लगी। जिससे गलन बढ़ गया और लोग घरों में दुबक गए। रविवारको रात करीब नौ बजे कोहरे की कहर तेज रहा की वाहन रेंगते रहे ,रात 11 बजे के करीब भदोही ,कपसेठी, वाराणसी मार्ग के साथ ही भदोही-ज्ञानपुर सहित चकवा-औराई मार्ग पर कोहरा छा गया।
वाहन चालकों को समझ नहीं आ रहा था, वाहन 10-15 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार चल रही थी। कृषि विज्ञान केन्द्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बतया की रविवार की अपेक्षा सोमवार का न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री लुढककर 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। तापमान गिरने से ही गलन में वृद्धि हुई है|
सोमवार का अधितम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में ठंड में कुछ कमी आ सकती है।
सोमवार की सुबह लोगो आँखे घने कोहरे के बीच खुली दिन भर आसमान में बादल मडराते रहे | दोपहर 1 बजे सूर्य देव के दर्शन हुए बादलों के बीच निकली धूप भी सर्द हवाओं के आगे बेअसर रही। शाम तीन बजे के बाद गलन बढ़ने लगा। शाम होते ही लोग अलाव के पास चिपक गये। अस्पतालों में परिसर में सुरक्षाकर्मी अलाव के सहारे बैठे रहे। जिला अस्पताल के डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि सर्द और बर्फीली हवाएं चल रही हैं।
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