मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 दिसंबर को कलेक्ट्रेट सभागार में चार जिलों की समीक्षा करेंगे।
अबतक हुई सजा, जब्ती व राज्यसात का ब्योरा मांगा गया
सीएम की यात्रा में सबसे अधिक जोर शराबबंदी को लेकर है। उनके आगमन पर शराबबंदी को लेकर जिलों में हुई कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया गया है। इसमें शराब कांडों में अबतक दर्ज एफआईआर, कुल गिरफ्तारी, कुल जब्ती व जमानत पर छूटे आरोपितों की जानकारी शामिल है। इसके अलावा इसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है कि राज्यसात के मामले किस कोर्ट में कितने लंबित हैं। उसकी निष्पादन दर क्या है। शराबबंदी में अबतक हुई सजा व जब्ती का ब्योरा जिलों से अलग मांगा गया है।
शौचालय, भूमि विवाद, एससी-एसटी मामलों की भी समीक्षा
जिले की कितनी महिलाएं जीविका व स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। अपराध नियंत्रण की दृष्टि से जिले में भूमि विवाद के मामलों व एससी-एसटी एक्ट के मामलों की भी समीक्षा सीएम करेंगे। इसके लिए संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को यथाशीघ्र रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। अधिकारियों को कहा गया है कि समाज सुधार यात्रा के क्रम में सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें और इस दौरान किसी तरह की छुट्टी स्वीकृत न की जाए।
दहेज प्रथा व बाल विवाह की रोकथाम के लिए अभियान
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने दहेज प्रथा व बाल विवाह की रोकथाम के लिए अभियान चलाना शुरू कर दिया है। जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों व आंगनबाड़ी सेविकाओं को समाज सुधार अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
समाज सुधार यात्रा की तैयारी की समीक्षा
जदयू ने मुस्तफागंज बाजार पर बैठक कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाज सुधार यात्रा की तैयारी की समीक्षा की। यात्रा के सिलिसले में 29को मुख्यमंत्री मुजफ्फरपुर में होंगे। इसके लिए पार्टी ने मीनापुर में व्यापक प्रचार प्रसार करने और लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है।
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