संगमनगरी में हुआ चमत्कार हार्ट अटैक से बेसुध हुए 60 वर्षीय उमेश, राम किट से बची जान
Prayagraj :कहते हैं कि भगवान को अगर सच्चे दिल से याद किया जाए तो वह भक्त की रक्षा के लिए जरूर आते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ म्योराबाद निवासी 60 वर्षीय उमेश के साथ। रविवार शाम उन्हें दिल का दौरा पड़ा। वह सुधबुध खोने लगे। लेकिन इसे चमत्कार ही कहेंगे कि कुछ दिन पहले उन्हें मिली राम किट उनके पास थी। उन्होंने किट में मौजूद दवाओं को खा लिया। उन्हें अस्पताल ले जाने का मौका मिल गया। इससे उनकी जान बच गई।
म्योराबाद निवासी उमेश पेशे से ड्राइवर हैं। हाल ही में छावनी अस्पताल की तरफ से उन्हें राम किट प्राप्त हुई थी। इसे वह अपने पर्स में रखे हुए थे। रविवार शाम उन्हें अचानक से सीने में दर्द उठा और बेहोसी छाने लगी उन्होंने तुरंत राम किट में लिखे दिशा निर्देश को पढ़ा | इसके बाद किट में रखी तीनो दवाई खा ली | हालत देख राहगीरों ने उनको बेली अस्पताल पहुँचाया और वहा हार्ट अटैक की पुष्टि हुई | चिकित्सकों ने कुछ दवाएं देकर इन्हें छावनी सामान्य अस्पताल रेफर कर दिया।
अस्पताल में जब जांच की गयी तो उनकी बीपी 60-40 और पल्स 22 थी। चिकित्सकों का कहना है कि उमेश की जान भगवान राम ने ही बचाई है। हार्ट अटैक पड़ा था। अब वह खतरे से बाहर हैं।उनकी पत्नी आशादेवी बताती है की रास्ते भर वो राम -राम जपते रहे | मै तो यही कहूँगी की मेरे पति की जान भगवान राम ने बचाया
क्या है राम किट
ज्ञातव्य है कि कैंटोनमेंट बोर्ड के छावनी सामान्य अस्पताल ने हृदय रोगियों के लिए घर-घर राम किट बांटी थी। इसमें एस्प्रिन (खून पतला करने की), रोसुवासटेटिन (कोलेस्ट्राल घटाने) व सोर्विट्रेट (हार्ट के फंक्शन को बढ़ाने) मौजूद है। अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में इसे राम किट नाम दिया गया था।
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