December 23, 2024

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प्लेटफार्म टिकट के 50 रुपए बचाने को 10 रुपए का यात्रा टिकट खरीद रहे लोग, होगी समीक्षा

पूर्व मध्य रेल के दानापुर मंडल में प्लेटफॉर्म टिकट महंगा होने के कारण यात्रियों को स्टेशन पर छोड़ने या लेने आने वाले लोग अब कम दूरी की यात्रा टिकट खरीदने लगे हैं। हिन्दुस्तान संवाददाता ने बुकिंग काउंटरों पर पड़ताल की तो पाया कि महंगा प्लेटफॉर्म टिकट की जगह लोग पैसेंजर ट्रेनों का अगले एक-दो स्टेशन के लिए टिकट खरीद कर प्लेटफॉर्म व स्टेशन परिसर में जा रहे हैं। वहीं, ऐसे लोगों के पास सफर का टिकट होने के कारण टिकट चेकिंग स्टाफ भी कुछ नहीं बोल पाते हैं।

पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र जंक्शन, दानापुर, आरा, बक्सर समेत 13 स्टेशनों पर कोरोना काल में बढ़े दाम 50 रुपए में प्लेटफॉर्म टिकट मिल रहा है। इसकी अब तक समीक्षा नहीं की गई है। उधर, पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ का कहना है कि संबंधित डीआरएम को यह अधिकार है कि वे टिकट का दाम कम या अधिक कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना से पहले प्लेटफॉर्म टिकट का मूल्य 10 रुपए था।

प्लेटफॉर्म टिकट महंगा होने के कारण यात्री सामान्य पैसेंजर के लिए न्यूनतम किराया के 10 रुपए वाले टिकट या फिर पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों के न्यूनतम 30 रुपये के यात्रा टिकट खरीद ले रहे हैं। पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों में न्यूनतम किराया 30 रुपए है। पटना जंक्शन समेत 13 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट लेने वालों को 50 रुपये की तुलना में सफर का टिकट लेने पर 20 से 40 रुपए की बचत हो जा रही है। साथ ही सफर का टिकट लेने पर उसकी वैधता प्लेटफॉर्म टिकट की तुलना में एक घंटे अधिक होती है। प्लेटफॉर्म टिकट केवल दो घंटे के लिए वैध होता है, जबकि यात्रा टिकट तीन घंटे के लिए। यात्रा टिकट की वैधता एक घंटे अधिक होने तथा टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा नियमत: नहीं पकड़े जाने के कारण लोग यात्रा टिकट खरीद रहे हैं। जंक्शन में तैनात टीटीई के अनुसार लोगों के पास सफर का टिकट होने पर प्लेटफॉर्म व स्टेशन में प्रवेश से उन्हें रोका नहीं जा सकता।

पूर्व मध्य रेल में केवल दानापुर मंडल के 13 बड़े छोटे स्टेशनों पर ही प्लेटफॉर्म टिकट महंगा होने की मंडल रेल प्रबंधक प्रभात कुमार जल् समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि यहां प्लेटफॉर्म टिकट महंगा क्यों और कैसे है, इसकी जल्द समीक्षा करेंगे। कहा कि समीक्षा में स्टेशनों पर भीड़ व यात्रियों की संख्या आदि की स्थिति का भी जायजा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जोन में दूसरे जगहों पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम कम होने के मामले में भी जानकारी जुटाई जाएगी कि वहां कैसे काम चल रहा है। डीआरएम के प्लेटफॉर्म टिकट के बढ़े दामों की समीक्षा के आश्वासन के बाद दाम में कमी की संभावना बढ़ी है। बता दें कि आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने 19 और 20 सितंबर के अंक में प्लेटफॉर्म टिकट के महंगा होने से यात्रियों व आम लोगों पर पड़ रहे बोझ को प्रमुखता से उठाया था। प्लेटफॉर्म टिकट के महज एक दशक में 17 गुना महंगा होने की खबर भी प्रमुखता से प्रकाशित की थी।