प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। रामलला की पूजा करने और दर्शन करने के लिए श्री राम मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्त सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में जुटने शुरू हो गए थे। रामलला आज से आम श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं। सभी भक्तो के लिए दिव्य राम मंदिर की द्व्रार खुल गए है |
मुंबई से अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए पहुंची एक महिला श्रद्धालु ने कहा कि हम यहां तीन दिन से रूके हुए हैं, दर्शन करके ही जाएंगे। एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, “ये भीड़ सदा रहेगी और रहनी भी चाहिए। भारत धर्म की भूमि है।
सोमवार को अयोध्या में श्री राम लला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ की गई, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनिंदा पुजारियों की देखरेख में मुख्य अनुष्ठान किए। भगवान राम की सिंहासन पर वापसी के उपलक्ष्य में पूरे देश में जश्न भी मनाया गया।
नए मंदिर में सुबह 3 बजे 4 बजे पुजारी मंत्र से रामलला को जगायेंगे ,फिर मंगल आरती होगी फिर 5 बजे श्रृंगार आरती होगी व 6 बजे से दर्शन शुरू होगी
दोपहर में मध्याह्न भोग आरती होगी उत्थापन, संध्या आरती व भगवान को सुलाते वक्त शयन आरती होगी। पहला मौका होगा जब रामलला की भोग -सेवा सभी मानक पद्धतियों से होगी 40 दिन तक रोज शेष अभिषेक होगा | 60 दिन तक कलाकार स्वरांजलि देंगे।
दोपहर में हर घंटे लगेगा भोग :
दोपहर में रामलला को पूड़ी सब्जी ,रबड़ी खीर की भोग के आलावा हर घंटे दूध , फल व पेड़े का भी भोग लगेगा | रामलला को सोमवार को सफ़ेद, मंगलवार को लाल, बुधवार हरा बृहस्पतिवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीला व रविवार को गुलाबी रंग वस्त्र पहनेंगे। विशेष दिनों में वे पीले वस्त्र धारण करेंगे।
अब रामलला की 24 घंटो के आठो पहर में अष्टयाम सेवा होगी| इसके बाद रामलाल की 6 बार आरती होगी | आरती में शामिल होने के लिए पास जारी होगी | अब तक रामलला विराजमान की दो आरती होती थी |
रामलला के पुजारियों के प्रशिक्षक आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण ने कहा, अब रामलला की मंगला, शृंगार, भोग, उत्थापन, संध्या व शयन आरती होंगी। संभव है उत्थापन आरती पुजारी खुद कर लें और फिर दर्शन के लिए पर्दा खोलें। इसे लेकर ट्रस्ट ही घोषणा करेगा।
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